Speech on Independence Day in Hindi:स्वतंत्रता दिवस ऐसा राष्ट्रीय पर्व है जिसको प्रत्येक हिंदुस्तानी मनाता है.स्कूलों,कॉलिजो,अनुसंधानों,संस्थान,सरकारी दफ्तरों आदि जागहो पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.किसी भी कार्यक्रम छोटे या बड़े की शुरुआत में भाषण दिया जाता है. भाषण जितना अच्छा और प्रभावशाली होगा उतना ही श्रोता को सुनने में आनंद और देशप्रेम की भवना जाग्रत होगी. हमने आपके लिए कुछ भाषण तैयार किये है.
भाषाण 1
नमस्कार आदरणीय प्रधानाचार्य जी ,उपप्रधानाचार्य जी , शिक्षकगण,एवं मेरे प्रिय सहपाठियों.आज मैं आपको स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर भाषण देने के लिए आपके सामने उपस्थित हूं.
15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था.हमारे देश पर अंग्रेजों ने लगभग 200 साल तक शासन किया. हम अपने देश में रहते हुए भी अंग्रेजों के गुलाम थे. हम अपनी पसंद का भोजन नहीं कर सकते थे, ना ही वस्त्र बहन सकते थे और ना ही कहीं धूम सकते थे. हमारा तन हमारा होते हुए भी अंग्रेजों के नियंत्रण में था.
यह हमारा 74वा स्वतंत्रता दिवस है. हमारे देश को आजाद कराने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई. यह युद्ध 1857 से 15 अगस्त 1947 तक चला. अंग्रेज व्यापार के बहाने भारत आए थे. भारत के माहौल को देखकर धीरे-धीरे संपूर्ण देश पर कब्जा करने लगे.
भारत को पहले सोने की चिड़िया कहा जाता था. यहां के लोगों के पास अधिक मात्रा में सोना था. अंग्रेज सोने को लूट कर अपने देश में ले गए.इसका उदाहरण कोहिनूर हीरा भी है,वे अपने राष्ट्र में ले गए जो अब उनकी रानी के ताज की शोभा बढ़ाता है.अंग्रेज हमारे देश में आते रहे है तथा भविष्य में आते रहेंगे लेकिन हम हमारे महान नेताओं पर किए गए अत्याचार को कभी भूल नहीं सकते.
महात्मा गांधी,भगत सिंह, सुखदेव, बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस,चंद्रशेखर आजाद,कुछ प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी है जिनके प्रयासों से भारत देश आजाद हुआ.भारत देश को आजाद कराने में स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ा संघर्ष किया.अपने देश के लिए जिए और उसी के लिए मर गए. महात्मा गांधी एक महान व्यक्ति थे.महात्मा गांधी ने भारतीयों को अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने की सीख दी. गांधी जी ने देश को आजाद कराने के लिए कहीं आंदोलन किए जिनके परिणाम स्वरूप आज हम एक स्वतंत्र राष्ट्र मैं रहते हैं.
आजादी के बाद हमारे देश ने प्रौद्योगिकी, कृषि,अंतरिक्ष,खेल,रक्षा आदि क्षेत्रों में निरंतर गति से बढ़ रहा है. कुछ देशों में से भारत के पास भी परमाणु ऊर्जा है. अंतरिक्ष में खोज करने के लिए मंगलयान भेजा था. भारत एक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. चिकित्सा क्षेत्र में भारत ने काफी तरक्की की है. सभी भारतीयों को वादा करना चाहिए कि हम सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और भारत को एक महाशक्ति बनाने में मदद करेंगे.भाषण 2
सुप्रभात आदरणीय संचालक महोदय, दिग्गजों एवं मेरे प्रिय सहकर्मियों आज स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मैं आपके समझ विचार प्रस्तुत करने जा रहा हूं.
भारत वर्तमान में प्रत्येक क्षेत्र में तरक्की कर रहा है चाहे वो खेल, वित्त,शिक्षा,प्रौद्योगिकी, चिकित्सा आदि का क्षेत्र हो. भारत ने आजादी के बाद कई बड़े काम किए है जैसे भारत आज चांद और मार्स पर भी पहुंच चुका है. इन सब का श्रेय वैज्ञानिको की कड़ी मेहनत को जाता है .
भारत ने ओलंपिक खेलो,राष्ट्रमंडल खेलों मे कई सारे मेडल हासिल किए है. भारत के लोगों की तरक्की का अंदाजा आप इस बात से पता लगा सकते हैं की अमेरिका की अंतरिक्ष अनुसंधान नासा में 36% वैज्ञानिक भारतीय है .
हमारे देश को आजाद हुए 74 वर्ष पूरे हो गए हैं.जैसा कि आपको पता है भारत लगभग 200 साल तक अंग्रेजों का गुलाम था. देश को आजाद कराने के लिए कई लड़ाई लड़ी गई. इस लड़ाई में करोड़ों लोगों ने अपनी जान गवा दी. यह क्रांति शुरू हुई जब अंग्रेजों के एक व्यक्ति ने उनके खिलाफ आवाज उठाई.इसके पश्चात देश को आजाद कराने के लिए भारतीयों ने भी विरोध शुरू कर दिया.
सुभाष चंद्र बोस, सुखदेव भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी ने देश को आजाद बनाने के लिए दिन-रात संघर्ष किया,आंदोलन किए. उनके प्रयासों से हम स्वतंत्र राष्ट्र में रहते हैं. अंग्रेजी ने भारतीयों पर कई अत्याचार किए.
अंग्रेज हमारी जमीन पर अपनी पसंद की फसल उगाते थे, उस फसल को कम दामों में खरीदकर अपने देश में उन्हें ज्यादा दामों में बेच देते थे. उनकी मर्जी के खिलाफ जाने पर देशवासियों के साथ क्रूर व्यवहार करते थे.
वह ज्यादातर नील की खेती करवाते थे जिसकी कीमत अधिक होती है. नील की वजह से जमीन की उर्वरक्ता कम हो जाती. इसलिए वह नील को भारत में उगवाते थे. अंग्रेजों ने हमारे देश में कई इमारतें भी बनवाई.
अंग्रेज़ो ने भारत में कई अच्छे और बुरे काम किये।अंग्रेज़ो के विरुद्ध स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को हम सदा याद रखेंगे। भारत सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई मुहीम चला रही है। हमको अपने आप से वादा करना चाहिए कि अपने देश को आत्मनिर्भर बनाने में सरकार की मदद करेंगे.
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